Haryana : हरियाणा बना देश में सबसे अधिक गन्ना मूल्य देने वाला राज्य, किसानों को मिलेगी बड़ी राहत
Haryana : हरियाणा बना देश में सबसे अधिक गन्ना मूल्य देने वाला राज्य, किसानों को मिलेगी बड़ी राहत
Haryana : Chandigarh, 14 November, हरियाणा राज्य ने किसानों को राहत देते हुए गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी की है, जिससे वह भारत का सबसे अधिक मूल्य पर गन्ना खरीदने वाला राज्य बन गया है। यमुनानगर स्थित एशिया की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल ने इस वर्ष के पिराई सत्र की शुरुआत कर दी है। इस अवसर पर शुगर मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव एसके सचदेवा ने बताया कि इस वर्ष किसानों को प्रति क्विंटल 400 रुपये का मूल्य दिया जाएगा, जो कि देशभर में सबसे अधिक है। इस कदम से राज्य के गन्ना किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा।
सरस्वती शुगर मिल
सरस्वती शुगर मिल ने इस वर्ष गन्ना पिराई का लक्ष्य 160 लाख क्विंटल रखा है, जबकि पिछले साल यह संख्या 146 लाख क्विंटल थी। मिल ने इस बार गन्ना पिराई में तेजी लाने के लिए कई तैयारियां की हैं। विशेष व्यवस्था के तहत 38 केन लोडर लगाए गए हैं, जो गन्ना लोडिंग में मदद करेंगे और लेबर की कमी को पूरा करेंगे। इस वर्ष मिल ने गन्ना खरीद के लिए 45 अतिरिक्त केंद्रों की भी स्थापना की है, जिससे किसानों के लिए गन्ना आपूर्ति में सहूलियत हो सके।
किसानों के लिए खास योजना
मिल ने इस वर्ष गन्ना किसान पंजीकरण योजना की घोषणा की है, जिसके अंतर्गत किसानों को अपने कुल गन्ना उत्पादन का 85 प्रतिशत या उससे अधिक मिल में सप्लाई करने पर अनुदान का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत दवाइयों पर मिलने वाला अनुदान दोगुना कर दिया गया है। यह कदम किसानों के लिए आर्थिक सहायता के रूप में काफी लाभकारी साबित होगा। इस योजना के तहत अब तक 98 प्रतिशत किसानों ने पंजीकरण कराया है।
हरियाणा का गन्ना मूल्य बढ़ोतरी
भारत में सबसे अधिक गन्ना मूल्य देने वाला हरियाणा अब अन्य राज्यों से आगे है। इस कदम से किसानों में उत्साह और बढ़ेगा और गन्ना उत्पादन में भी इजाफा हो सकता है। यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल ने पंजाब और हरियाणा में सबसे पहले पिराई सत्र की शुरुआत करके इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है।
अन्य शुगर मिलों से तुलना करें:
उत्तर प्रदेश: 325 रुपये प्रति क्विंटल
महाराष्ट्र: 340 रुपये प्रति क्विंटल
हरियाणा: 400 रुपये प्रति क्विंटल
गन्ना खरीद प्रक्रिया में किए गए सुधार
सरस्वती शुगर मिल ने किसानों के लिए गन्ना खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाने हेतु विशेष प्रयास किए हैं। 45 केंद्रों पर गन्ने की खरीद की व्यवस्था की गई है ताकि किसानों को अपने गन्ने की बिक्री के लिए दूर न जाना पड़े। साथ ही, किसानों को मिल में गन्ना आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए कई सुविधाओं का विस्तार किया गया है।